आदर्श नेता पर निबंध हिंदी मे | Adarsh neta par hindi nibandh

 

आदर्श नेता पर निबंध हिंदी मे | Adarsh neta par hindi nibandh

नमस्कार  दोस्तों आज हम आदर्श नेता पर निबंध हिंदी मे इस विषय पर निबंध जानेंगे। 

मानव-समाज हमेशा किसी न किसी नेता की खोज में लगा रहता है। वह चाहता है कि उसका कोई नेता हो, जो उसे आगे बढ़ने का रास्ता बताए। जिसके पीछे-पीछे चलकर वह कठिनाइयों और विपत्तियों से छुटकारा पाए। 



इसके अलावा, मनुष्य के मन में वीर-पूजा की भावना भी रहती है। वह हमेशा दुहाई देता रहता है-वीरभोग्या वसुंधरा। यह पृथ्वी उन्हीं की संपत्ति है, जो वीर हैं।



मनुष्य की इन कमजोरियाँ का लाभ उठाकर कई अयोग्य व्यक्ति भी नेता बन बैठते हैं। इनमें से कुछ तो अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए अपने अनुयायियों को भारी संकट में डाल देते हैं। जैसे, हिटलर ने जर्मनी का नेतृत्व कर अपने देश का विनाश करवाया और सारी दुनिया को दूसरे महायुद्ध की ज्वाला में झोंक दिया। 




किंतु कुछ ऐसे महान नेता भी होते हैं, जो अपने देश के साथ-साथ सारी मानवता के कल्याण की चिंता करते हैं। वे विश्व के सामने महान आदर्श प्रस्तुत करते हैं। अब्राहम लिंकन ऐसे ही आदर्श नेता थे। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका को खंडित होने से बचाया और संसार को एक अत्यंत संपन्न एवं बलशाली राष्ट्र का उपहार दिया।




आदर्श नेता जनता का सच्चा हितैषी होता है। वह हमेशा मन, वचन और कर्म से जनता की भलाई के कामों में लगा रहता है। आदर्श नेता कभी अपने अथवा अपनी पार्टी के हित को जनता के हित से बढ़कर नहीं समझता। 




भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ऐसे ही नेता थे। उनके मन में जनहित की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। इसीलिए वे जनता के आदर्श नेता बन सके।



आदर्श नेता अपने-आपको अपने राष्ट्र की भलाई के लिए समर्पित कर देता है। वह निरंतर अपने देश की उन्नति का मार्ग खोजता रहता है। स्वदेश के कल्याण के लिए अपने शरीर का बलिदान करना पड़े, तो वह उसके लिए भी तैयार रहता है। भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री स्वर्गीय लालबहादुर शास्त्री इसी प्रकार के आदर्श नेता थे।




आदर्श नेता परिश्रमी होता है। वह अपने अनुयायियों के सामने श्रम के महत्त्व का आदर्श प्रस्तुत करता है। वह भलीभाँति जानता है कि उसका जीवन सारे राष्ट्र की संपत्ति है। दुनिया में जितने भी आदर्श नेता हुए हैं, सभी कठोर परिश्रम को सफलता का मूलमंत्र मानते थे।



अब्राहम लिंकन, विंस्टन चर्चिल, माओ जे दोग, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू आदि सभी नेता अत्यंत परिश्रमी थे।

आदर्श नेता हमेशा नपे-तुले शब्दों में ही अपना अभिप्राय व्यक्त करता है। 



वह जानता है कि अनावश्यक भाषण देने या झूठे वादे करने का दुष्परिणाम उसकी पार्टी और कभी-कभी सारे देश को भोगना पड़ सकता है। इसी प्रकार, वह सदा मृदु शब्दों में ही अपनी बात कहता है। कठोर शब्दों का प्रयोग करके वह किसी की भावना को आघात नहीं पहुँचाता। 



वह ऊँच-नीच के भेदभाव से परे रहता है और जाति-भेद, रंग-भेद आदि की दीवारें खड़ी करने का प्रयत्न नहीं करता। वह सभी धर्मों का आदर करता है और अपने स्वार्थ के लिए धर्म के नाम पर अपने अनुयायियों को कभी गुमराह नहीं करता।



गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों की ओर आदर्श नेता का विशेष झुकाव होता है। वह साहसी और निडर होता है तथा अपने सिद्धांतों की कीमत पर कभी भी समझौता नहीं करता। वह आत्मसम्मान की रक्षा के लिए सदा तत्पर रहता है और स्वावलंबन को जीवन का प्रमुख आधार मानता है। वह समाज में व्याप्त दुर्गुणों से अपने-आप को अछूता रखता है, ।




जिससे उसके व्यक्तित्व की गरिमा बनी रहती है। ऐसे आदर्श नेता हमारे लिए प्रात:स्मरणीय एवं वंदनीय होते हैं ।

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