राष्ट्र निर्माण में युवा की भूमिका पर निबंध | Essays on Role of Youth in Nation Building in Hindi

 

 राष्ट्र निर्माण में युवा की भूमिका पर निबंध | Essays on Role of Youth in Nation Building in Hindi

नमस्कार  दोस्तों आज हम राष्ट्र निर्माण में युवा की भूमिका पर निबंध इस विषय पर निबंध जानेंगे। 

मानवजीवन की चार प्रमुख अवस्थाएँ हैं - बाल्यावस्था, युवावस्था, प्रौढ़ावस्था और वृद्धावस्था। बाल्यावस्था में भोलेपन और अल्हड़ता की प्रधानता होती है। प्रौढ़ावस्था में व्यक्ति अधिक समझदार हो जाता है और फूंक-फूंककर कदम रखने लगता है।



वृद्धावस्था में उसके पास अनुभवों का भंडार तो होता है, किंतु साहस और शक्ति का अभाव रहता है। लेकिन युवावस्था में तो व्यक्ति उमंग और शक्ति का पुंज रहता है। उसकी आँखों में भविष्य के सुनहरे स्वप्न तो रहते ही हैं, शरीर में उन्हें साकार करने की शक्ति भी मौजूद रहती है। इसीलिए यौवन को मानवजीवन का स्वर्णकाल माना गया है।



किसी भी राष्ट्र के कर्णधार अपने अनुभवों और समझदारी के बल पर नीतियाँ निर्धारित करते हैं और योजनाएँ बनाते हैं। किंतु उनकी नीतियों को व्यवहार में लाने और उनकी योजनाओं को साकार करने का काम युवापीढ़ी ही करती है।



किसी भी राष्ट्र की प्रगति और विकास के मार्ग में आनेवाली बाधाओं को उस राष्ट्र के युवक ही दूर कर सकते हैं, क्योंकि उन्हीं के हाथों में ताकत होती है। किसी भी समाज या राष्ट्र की उन्नति एक तरह से उसके युवावर्ग पर ही निर्भर होती है।



वर्तमान युग में विज्ञान की प्रगति के साथ ही चारों ओर ज्ञान का विस्फोट हो गया है। वैज्ञानिक आविष्कारों के फलस्वरूप संसार के देश एक-दूसरे के बहुत निकट आ गए हैं। आज लोगों की पुरानी बातें सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है। 



चारों ओर क्रांतिकारी विचारों की आँधी चल रही है। इस युग में जिस देश ने इन क्रांतिकारी विचारों का स्वागत किया है, वही उन्नति के पथ पर आगे बढ़ पाया है। अकसर वयोवृद्ध लोग परंपराओं को गले लगाए रहते हैं और नए विचारों का स्वागत करने में हिचकिचाते हैं।




केवल युवावर्ग ही क्रांतिकारी विचारों को स्वीकार कर अपने देश को उन्नति के मार्ग पर ले चलने की सामर्थ्य रखता है। युवापीढ़ी ही नए सामाजिक मूल्यों की स्थापना कर अपने समाज तथा राष्ट्र को शक्तिशाली बना सकती है।



युवकों के सामने दो प्रमुख काम रहते हैं : अपने भविष्य का निर्माण करना और अपने समाज तथा देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाना। कुछ युवक अपने परिवार में पहले से चले आ रहे व्यवसाय को ही अपना लेते हैं। बहुत से युवक नौकरी करना चाहते हैं। कुछ ऐसे भी युवक होते हैं, जो अपना निजी व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।



सभी युवकों के लिए नौकरियों की व्यवस्था करना सरकार के लिए भी बहुत कठिन है। अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए भी काफी सूझबूझ और पैसा चाहिए। इसलिए बहुसंख्यक युवकों में अपने भविष्य के बारे में चिंता बनी रहती है। समाज का कर्तव्य है कि वह युवकों की यह चिंता दूर करे।



अपने भविष्य के प्रति चिंतित रहते हुए भी, युवक अपने राष्ट्र की उन्नति में महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। वे सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में सहयोग दे सकते हैं। छुआछूत और जाति-भेद की भावना से हमारे देश को बहुत हानि हुई है। 




युवकों की आँखों पर जाति, धर्म आदि का परदा नहीं होता। वे मानव-मानव की बराबरी के सिद्धांत का प्रचार कर, समाज से इन कुरीतियों को मिटा सकते हैं। वे ऐसे समाज की रचना कर सकते हैं, जिसमें जाति-भेद, रंग-भेद आदि का नाम-निशान तक न हो।



हर राष्ट्र पर संकट तो आते ही रहते हैं। कभी बाहरी शत्रु का आक्रमण होता है, तो कभी राष्ट्र के भीतर ही उपद्रव होने लगते हैं। कभी-कभी राष्ट्र को भूकंप, बाढ़, सूखा जैसी पाकतिक आपदाएँ भी झेलनी पड़ती हैं। ऐसे अवसरों पर उस राष्ट्र की युवा पीढ़ी ही आगे बढकर इन राष्ट्रीय संकटों का मुकाबला कर सकती है। युवाजनों में धार्मिक उन्माद नहीं



होता। इसलिए वे धर्मों और संप्रदायों के नाम पर फैलाई जानेवाली अशांति और अराजकता रोक सकते हैं। वे दूषित राजनैतिक व्यवस्था दूर कर उसकी जगह जन-कल्याणकारी व्यवस्था ला सकते हैं।



आवश्यकता इस बात की है कि समाज के कर्णधार युवकों की समस्याएँ दूर करने के प्रयास करें, जिससे उनमें आशा का संचार हो। युवकों की कल्पनाओं और इच्छाओं का सन्मान किया जाए। उनकी शक्ति और उत्साह को रचनात्मक कार्यों में लगाया जाए।



समाज का जागरूक वर्ग युवकों की आलोचना करने की जगह उनका उत्साह बढ़ाए। नेतागण, मंत्री तथा अधिकारी युवकों के सामने आदर्श उपस्थित करें, ताकि उनमें देशप्रेम जागृत हो।




राजनीतिक दल अपने स्वार्थ के लिए युवकों को गुमराह न करें, ताकि वे देशसेवा कर अपना जीवन सार्थक बना सकें। इस प्रकार के सहयोगपूर्ण वातावरण में युवक अपने राष्ट्र की उन्नति में अत्यंत महत्त्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।